ब्रेन हेमरेज क्यों होता है? क्या होता है ब्रेन हेमरेज? कब हो सकता हैं ये जानलेवा?

आज दुनियाभर में खतरनाक एवं जानलेवा बीमारियों ने लोगो को परेशान करने में कोई कमी नहीं छोड़ी है। दूषित खान पान और लोगो की जीवनशैली इसका एक प्रमुख कारण बन रही हैं। तो आज के इस लेख में मैं आपको ऐसी ही एक जानलेवा और घातक बीमारी के बारे में बताउंगी जिसका नाम है ब्रेन हेमरेज। ब्रेन हेमरेज क्यों होता है? क्या होता है ब्रेन हेमरेज? कब हो सकता हैं ये जानलेवा? इन सब के बारे में विस्तार से जानेंगे।

हम सभी जानते हैं की मस्तिष्क यानि दिमाग हमारे शरीर को नियंत्रण में रखता है। मस्तिष्क शरीर का एक ऐसा भाग है जिसकी किसी प्रॉब्लम का सीधा सम्बन्ध हमारे पुरे शरीर से होता है। अगर इसमें जरा सी भी समस्या हो जाए, तो इसका असर हमारी पूरी बॉडी पर पड़ सकता है। ऐसे में अगर हमारे मस्तिष्क में कोई दिक्कत जन्म ले रही है तो यह एक खतरे की घंटी है।

वैसे तो मस्तिष्क से जुड़ी कई सारी समस्यायें होती हैं, लेकिन इनमें से जो सबसे खतरनाक और बड़ी समस्या है वो है ब्रेन हेमरेज। हेमरेज को मानसिक दौरा यानी स्ट्रोक भी कहते हैं। यह समस्या दिमाग की धमनी फटने की वजह से होती है। आज हम इस लेख में हम ब्रेन हेमरेज के बारे में विस्तार से जानेंगे। आइए जानते हैं ब्रेन हेमरेज क्या है, इसके लक्षण, कारण और बचाव के उपाय।

क्या होता है ब्रेन हेमरेज?

ब्रेन हेमरेज एक ऐसी स्थिति होती है, जो आर्टरी ( हृदय से लेकर शरीर के अन्य हिस्सों में ब्लड पहुंचाने वाली नलियां) के फटने की वजह से होता है। इस स्थिति में आसपास के टिश्यूज में ब्लीडिंग होने लगती है। ब्लीडिंग की वजह से दिमाग की कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं। इससे दिमाग के कई हिस्सों को भी नुकसान पहुंचता है। चोट के साथ-साथ कुछ और स्थिति में ब्रेन हेमरेज की समस्या होती है। ब्लीडिंग की स्थिति को हेमरेज स्ट्रोक कहा जाता है। साधारण शब्दों में दिमाग में नस का फट जाना ही ब्रेन हेमरेज कहलाता है।

 

♦ वजन बढ़ाने के तरीके | मोटा होने के लिए क्या खाना चाहिए

♦ मेंस्ट्रुअल कप के फायदे और नुकसान | मेंस्ट्रुअल कप क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे करते हैं

 

ब्रेन हेमरेज क्यों होता है | ब्रेन हेमरेज के क्या कारण होते हैं

ब्रेन हेमरेज मस्तिष्क के बाहर या अंदर खून की नलिकाएं फटने की वजह से होता है। चोट के अलावा और भी कई तरह की शारीरिक स्थितियां होती हैं जो की ब्रेन हेमरेज का कारन होती है। अलग-अलग उम्र के लोगों में अलग-अलग तरह के प्रभाव हो सकते हैं। आमतौर पर यह बीमारी उम्रदराज लोगों में ज्यादा देखने को मिलती है। ब्रेन हेमरेज के कुछ कारण निम्नलिखित हैं-

• सिर में चोट या कोई भी अन्य शारीरिक चोट
• मस्तिष्क का ट्यूमर
• लिवर की बीमारी
• हाई कोलेस्ट्रॉल
• मस्तिष्क में धमनी विस्फार या मस्तिष्क की धमनियों में कमजोरी
• हाई ब्लड प्रेशर
• हार्ट की बीमारी
• रक्त वाहिकाओं से संबंधित समस्याएं
• गलत दवाइयों का सेवन
• अधिक धूम्रपान
• ब्लड शुगर की समस्या
• सांस संबंधी समस्याएं

ब्रेन हेमरेज के लक्षण क्या हैं?

ब्रेन हेमरेज एक जानलेवा स्थिति होती है जिसके होने पर शरीर में कुछ गंभीर लक्षण दिखते हैं। Brain Hemorrhage के दौरान कई तरह के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। अगर समय पर इसकी पहचान हो जाती है तो बिना देर किए रोगी को डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। आइए जानते हैं ब्रेन हेमरेज के कौन-कौन से लक्षण होते हैं –

• अचानक गंभीर सिरदर्द
• बात करने में दिक्कत या ठीक से बोल न पाना
• नजर में दोष
• देखने की समस्या
• निगलने में कठिनाई
• भ्रम या चीजों को समझने में कठिनाई
• शरीर का संतुलन या समन्वय न बन पाना
• स्तब्धता, सुस्ती या बेहोशी
• झटके आना।
• चलने फिरने में परेशानी
• हाथ या पैर में कमजोरी
• उलटी अथवा मितली
• झुनझुनी या सुन्नता

 

♦ Bhune Chane Khane Ke Fayde | Roasted Chana Benefits in Hindi

♦ खजूर खाने के फायदे (Khajur Khane ke Fayde) | Health Benefits of Dates

 

ब्रेन हेमरेज का इलाज

MRI या CT Scan करके ब्रेन हेमरेज का पता लगाया जाता है। अगर ये समस्या कम है तो दवाइयों के जरिए इसे ठीक किया जाता है नहीं तो सर्जरी की जरूरत पड़ती है। यदि स्थिति गंभीर है तो ब्रेन हेमरेज के इलाज के लिए सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। दिमाग पर बन रहे प्रेशर को दूर करने के लिए ऑपरेशन किया जा सकता है।
कई केस में खोपड़ी के उस हिस्से को हटाया भी जा सकता है जहाँ की नस फट गई हो। हालांकि यदि स्थिति गंभीर नहीं है तो डॉक्टर कुछ विशेष प्रकार की दवाएं दे सकते हैं। रोगियों को फिजिकल थेरपी, स्पीच थेरपी या आवश्यकतानुसार ऑक्यूपेशनल थेरपी दी जा सकती है।

ब्रेन हेमरेज से बचाव के उपाय

• सिर को किसी भी तरह की चोट से बचाकर रखें
• बाइक चलाते समय हेलमेट जरूर पहनें
• जिन लोगों को पहले ब्रेन हेमरेज या स्ट्रोक हो चुका है, उन्हें भविष्य में दूसरी बार भी इसका खतरा 25 फीसदी तक हो सकता है। इसलिए अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करें
• खान-पान बेहतर रखें
• जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है उन्हें इसे कम करने के लिए आवश्यक उपाय करते रहने चाहिए

 

♦  Pet ki Charbi kam karne ke upay | पेट कम करने के लिए प्राणायाम

♦  डिलीवरी के बाद पेट कैसे कम करें – How to lose Belly Fat after Delivery

 

ब्रेन हेमरेज से मौत कैसे होती है?

ब्रेन हेमरेज दिमाग के बाहर या अंदर खून की नलिकाएं फटने की वजह से होता है। इसके कारण मरीज को बेहोशी, उल्टी और सिरदर्द की शिकायत हो सकती है। साथ ही कभी भी अचानक से ब्लड प्रेशर भी बहुत ज्यादा हाई हो सकता है, जिसके कारण भी व्यक्ति की मौत हो सकती है। Brain Hemorrhage की कंडीशन में मरीज को अस्पताल ले जाने में जरा भी देर नहीं करना चाहिए। इस स्थिति में उसे तुरंत इलाज मिलना जरूरी है।

साथ ही इस बात का भी खासतौर से ध्यान रखना चाहिए कि जैसे ही इन सभी परेशानियों के लक्षण दिखाई देनी शुरू हो, उसके ज्यादा से ज्यादा 4 घंटे के अंदर-अंदर इलाज मिलना जरुरी है। इससे मरीज के रिकवर होने के आसार काफी हद तक बढ़ जाते हैं। हालांकि, कई परिस्थितियां ऐसी भी होती हैं, जिसमें चंद ही मिनटों में व्यक्ति की मौत हो जाती है।

मस्तिष्क में कोई भी परेशानी छोटी नहीं होती है और इसे नज़रअंदाज़ करने की गलती कभी भी नहीं करनी चाहिए। मस्तिष्क में किसी भी परेशानी के होने में विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करके अपनी अवस्था के बारे में जाने और इलाज करवाएं। वक़्त रहते अगर सही उपचार मिल जाये तो व्यक्ति की जान बच सकती है।

 

♦  पानी पीने का सही तरीका और समय – The Right Way and Time to Drink Water

♦  दिमाग को शांत कैसे रखे | How to keep Mind Calm and Steady

♦  ख़ुशी क्या है – ख़ुशी और खुशहाली का असली मतलब क्या है | What is the True Meaning of Happiness

♦  व्रत और उपवास क्यों रखे जाते हैं – इसका वैज्ञानिक कारण क्या है

उम्मीद करती हूँ आपको आज का मेरा यह लेख ब्रेन हेमरेज क्यों होता है? क्या होता है ब्रेन हेमरेज? कब हो सकता हैं ये जानलेवा? ब्रेन हेमरेज के कारण, लक्षण, इलाज, बचाव के उपाय पसंद आया होगा और ब्रेन हेमरेज क्यों होता है | ब्रेन हेमरेज के क्या कारण होते हैं के बारे में आपको अच्छे से जानकारी मिल गयी होगी।

आज का पोस्ट आपको कैसा लगा मुझे कमेंट करके जरूर बताएं। आज के लेख से जुड़े किसी भी तरह के सवाल या सुझाव के लिए आप मुझे कमेंट कर सकते हैं। पोस्ट पंसद आई हो तो इसे शेयर करना बिलकुल ना भूलें।

ब्रेन हैमरेज की सर्जरी की कीमत जानने के लिए आपको किसी अच्छे नजदीकी अस्पताल जाकर पता करना होगा, क्योंकि प्राइवेट और सरकारी दोनों ही अस्पतालों में इसका अलग-अलग सर्जरी शुल्क तय किया गया होता है।

क्रैनियोटॉमी सर्जरी या किसी अन्य ब्रेन हैमरेज को पूरी तरह से ठीक होने में लगभग 4-6 सप्ताह लगते हैं।

ब्रेन हेमरेज से आपको घबराने की ज़रूरत नहीं है। आप बस अच्छा खान पान और अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित कर ब्रेन हेमरेज से बचाव कर सकते हैं। जरुरी नहीं है कि जिस व्यक्ति को ब्रेन हेमरेज हुआ है, वो मृत्यु का ही शिकार होगा। यदि समय पर इसका इलाज मिल जाए तो इससे बचा जा सकता है।

Share This Post:

My self Namrata Maurya. I’m an Author and Founder of Youthinfohindi.com. I’m from Pune and If I talk about my Education then I’m B.com Graduate and complete my MBA (Finance & Accounts). I love to share my experience and knowledge to others, that’s why I’m here.

Leave a Comment