हाइमन क्या होता है, क्या वर्जिनिटी से इसका कोई सम्बन्ध है – What is Hymen, Virginity Myths and Facts

हाइमन क्या होता है, क्या वर्जिनिटी से इसका कोई सम्बन्ध है – What is Hymen, Virginity Myths and Facts के मेरे आज के इस लेख में मैं आपको बताने वाली हूँ की कौमार्य या वर्जिनिटी क्या होती है (What is Veriginity), वर्जिन किसे कहते हैं, वर्जिनिटी की पहचान क्या है (how to check virginity), हाइमन क्या होता है (what is hymen), हाइमन कब टूटता है इत्यादि।

इस लेख में आपको यह भी जानने को मिलेगा की वर्जिनिटी के बारे में क्या मिथक और तथ्य हैं (Facts about Hymens and the Concept of Virginity) और क्या हाइमन फिर से जोड़ा जा सकता है (hymen reconstruction)। तो अगर आपको भी इन सबकी सही जानकारी चाहिए तो इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें।

दोस्तों वर्जिनिटी (virginity in females), हाइमन, सेक्स, पीरियड्स जैसे विषयों पर हम सब खुल कर कभी भी बात नहीं करते इसलिए एक से बढ़कर एक बेतुकी बातों पर भरोसा कर लेते है। जैसे की लड़की अगर कुवांरी होगी यानि वर्जिन (how to know if a girl is virgin or not) होगी तो शादी की पहली रात को चादर पर खून का धब्बा जरूर लगेगा।

अगर कोई पूछे ऐसा क्यों तो जवाब मिलेगा की पहली बार सेक्स करने से हाइमन टूटता है इसलिए ब्लीडिंग होती है। ऐसी सोच ना सिर्फ लड़को की है बल्कि लड़कियों की भी है। लेकिन ये हाइमन आखिर होता क्या है, क्या आपने कभी इसे देखा है? नहीं ना! तो आप कैसे बता सकते हैं की यह टुटा है या नहीं।

औरतों को अपने स्वास्थ और शरीर के बारे में एक दम सही जानकारी होना बहुत जरुरी है नहीं तो इनसे जुड़ी गलत सूचनाएं और मिथक अविश्वसनीय रूप से आपके लिए घातक साबित हो सकते हैं। औरतों के शरीर की रचना के हिसाब से हाइमन के बारे में जो सोचा या समझा जाता है वो किसी भी प्रकार से सही नहीं है।

 

हाइमन या वर्जिनिटी क्या होती है – What is Hymen and Virginity

हाइमन क्या होता है, क्या वर्जिनिटी से इसका कोई सम्बन्ध है – What is Hymen, Virginity Myths and Facts

हाइमन महिलाओं के यौनांगों का ही एक हिस्सा है। महिलाओं की योनि के बाहरी भाग में एक पतली से झिल्ली होती है, जिसे हाइमन कहा जाता है, ये अलग अलग आकर की होती है लेकिन इसका लड़की की वर्जिनिटी से कोई लेना देना नहीं है और ना ही इस हिस्‍से की सेक्‍स में कोई भूमिका होती हैं। कहने को तो हाइमन एक मामूली सी झिल्ली (Tissue) भर होता है, लेकिन इस हाइमन को लेकर कई सारी अवधारणाएं भी बनाये जाते है।

हाइमन ज़िन्दगी भर एक औरत के साथ रहता है। हाइमन कभी टूट ही नहीं सकता क्यूंकि वो कभी बंद ही नहीं होता। जरा सोचिये अगर हाइमन पूरी तरह बंद होता तो जो हर महीने हम औरतों को ब्लीडिंग होती है वो भला कैसे होती?

दुनिया की विभन्न संस्कृतियों और सभ्यताओं में हाइमन को लेकर बहुत सी गलत अवधारणाएं हैं। लोग अकसर हाइमन को औरत के कौमार्य या वर्जिनिटी से जोड़ते हैं। पुराने जमाने में शादी के बाद हाइमन को औरत की कौमार्यता की जांच का पैमाना समझा जाता था।

अगर किसी लड़की का हाइमन बंद हो तो उसके फटने पर हल्की सी ब्लीडिंग होती है। कई बार यह ब्लीडिंग इतनी मामूली होती है कि आपको पता भी नहीं चलता। लेकिन हाइमन को कौमार्यता का पैमाने मानने वाले लोग उस ब्लीडिंग के होने या ना होने से यह तय करते थे कि कोई औरत कुंवारी (Virgin) है या नहीं।

योनि (Vagina) जहाँ शुरू होती है हाइमन ठीक वहीं होता है। ये कोशिकाओं से मिलकर बना एक बैंड जैसा होता है जिसके अलग अलग आकर हो सकते है। कोई अंगूठी जैसा दीखता है तो कोई छन्नी जैसा।

हाँ लेकिन कुछ लड़कियों में ये पूरी तरह बंद भी होता है तो ऐसे में डॉक्टर को एक छोटा सा ऑपरेशन कर हाइमन को खोलना पड़ता है ताकि मासिक धर्म (Periods) में कोई दिक्कत ना आये।

आपने कई बार ऐसा सुना होगा की कोई लड़की 15-16 साल की हो गयी तब भी उसे अभी तक पीरियड्स नहीं हुआ जबकि पीरियड्स 9-16 वर्ष की आयु तक शुरू हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्यूंकि उस लड़की का हाइमन बंद होता है जिसे छोटे से ऑपरेशन से खोलना पड़ता है। यानि कुल मिला कर ये कहना सही होगा की पीरियड्स के लिए हाइमन में छेद होना बहुत जरुरी है।

 

क्या हाइमन पहली बार सेक्स करने से टूटता है – Does the hymen break during sex for the first time

जानी मानी गाइनाकोलोजिस्ट लाइया वाल्स पेरेज बताती है की ये बात एकदम बकवास और पूरी तरह से झूठ है। हाइमन कभी भी पहली बार सेक्स करने से नहीं टूटता। कोई भी आपके हाइमन को देखर ये नहीं बता सकता की आप कुंवारी (Virgin) है या नहीं (physical signs of lost virginity)।

आजकल लडकियां हाइमन सर्जरी पर लाखों पैसे खर्च रही है। कुछ डॉक्टर्स तो ये दावा करते है की वो हाइमन को सील कर सकते है या फिर चिपका सकते है। लेकिन जरा आप ये सोचिये की जब ये टूटता ही नहीं तो डॉक्टर्स रिपेयर क्या करते है।

बंद हाइमन कभी भी और किसी भी कारण से फट सकता है। ज्‍यादा कठिन व्‍यायाम करने, साइकिल चलाने, खेलने, तैराकी करने या मास्‍टरबेशन के कारण भी हाइमन फट सकता है। हाइमन के फटने का मतलब यह बिलकुल नहीं है कि लड़की वर्जिन नहीं है।

हाइमन रिपेयर सर्जरी करने वाले डॉक्टर्स पैम्पलेट पर ऐसे ऐसे स्लोगन लिखते है की क्या बताएं, “जैसे अगर आपकी शादी होने वाली है, अगर आप अपनी सुहागरात को खास बनाना चाहते है, अगर आप खुद को फिर से जवां महसूस करना चाहती है तो आपके लिए हाइमन रिपेयर सर्जरी बेहतर विकल्प है।”

हाइमन रिपेयर करके जवां कैसे महसूस किया जा सकता है ये तो सिर्फ वो सर्जरी करने वाले डॉक्टर्स ही बता सकते है। इसके अलावा पैम्पलेट में दो और विकल्प होते है पहला विकल्प – जिसका इस्तेमाल आप शादी से एक महीना पहले कर सकते है, इसमें नर लिंग का प्रवेश मुश्किल हो जाता है लेकिन खून नहीं बहता।

दूसरे विकल्प का इस्तेमाल शादी से दो तीन महीने पहले किया जाता है इसमें खून के बहने की ज़िम्मेदारी (guarantee) ली जाती है। इन सब में आपका खर्चा लगभग 50000 से 100000 तक आता है।

आपको बताती चालू की ये सब बातें सरासर बकवास है, हाइमन वर्जिनिटी की निशानी नहीं है। लेकिन फिर भी वर्जिन होने का दवाब इतना है की कई लड़कियां सुहागरात में कैप्सूल इस्तेमाल करती है जो सेक्स के दौरान फटते है और लगता है जैसे खून निकल रहा है।

क्या जरुरी है की पहली बार सेक्स करने पर ब्लीडिंग हो ही – Is it necessary that there is bleeding after having sex for the first time

जी नहीं बिलकुल भी नहीं !

आंकड़े बताते है की पहली बार सेक्स करने से ब्लीडिंग सिर्फ 50 फीसदी लड़कियों को होती है। लेकिन वो ब्लीडिंग पहली बार सेक्स करने के कारण हाइमन के टूटने से नहीं बल्कि गलत तरीके से सेक्स करने से निकलता है। यानि सेक्स के दौरान खून निकलने का मतलब है की आप अपनी पार्टनर को चोट पंहुचा रहे है।

हाइमन एक तरह की लचीली कोशिकाएं (elastic tissues) होती है जो छोटी या बड़ी हो सकती है और जरुरी नहीं है की ये सिर्फ सेक्स के दौरान ही फैले (stretch)। इन हाइमन कोशिकाओं में एक्सरसाइज करते समय, साइकल चलाते समय या खेल कूद के वक़्त भी फैलाव हो सकता है, पर जरुरी नहीं है की खून बहे। हाइमन का वर्जिनिटी से कोई भी लेना देना नहीं है।

भारत में 20-25 साल तक की लड़कियां सबसे ज्यादा ये वर्जिनिटी रिपेयर सर्जरी करा रही है। नाक और होंठ के बाद सबसे ज्यादा वर्जिनिटी रिपेयर सर्जरी कराई जाती है वो भी चुप चाप क्यूंकि सेक्स, वर्जिनिटी, हाइमन, पीरियड्स, जी स्पॉट और ओर्गास्म जैसे विषयों पर बातें तो हम खुल कर करते ही नहीं है।

हाइमन को लेकर विज्ञान के पास कई तरह के अनुभव हैं। कुछ मामलों में ऐसा भी देखा गया कि किसी औरत का हाइमन सेक्सुअली एक्टिव होने और बच्चा पैदा होने के बावजूद सुरक्षित रहता है। हाइमन झिल्ली इतनी लचीली होती है कि कई बार नहीं भी फटती है। इसलिए इस बात को समझें कि हाइमन क्या है और हाइमन कहाँ होता है? लेकिन उसे वर्जिनिटी का पैमाना मानना पूरी तरह से गलत है।

 

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हाइमन के प्रकार (Types of Hymen)

हाइमन क्या होता है, क्या वर्जिनिटी से इसका कोई सम्बन्ध है – What is Hymen, Virginity Myths and Facts में हम आगे जानेंगे की हाइमन के कितने प्रकार होते हैं।

हाइमन के प्रकार (Types of Hymen)

कुछ बच्चियां छोटे हाइमन टिश्यू के साथ जन्म लेतीं हैं जिन्हे देख कर ऐसा लगता ही नहीं है कि उन्हें हाइमन है। बहुत कम ही महिलाओं के हाइमन ऐसे होते हैं जो वजाइना के मुंह को पूरी तरह से ढक लेते हैं या उनके छेद बहुत ही छोटे होते हैं। चिकित्सकीय टर्म में इसके प्रकार को हाफ मून व इम्पेरफोरेट हाइमन के नाम से बुलाया जाता है।

शरीर के अन्य हिस्सों की तरह हाइमन भी हर शरीर में अलग अलग तरह के ही होते हैं। आइये जानते हैं की हाइमन कितने प्रकार के होते हैं।

1. सरकम्फ्रेंशल – इस तरह का हाइमन वजाइना के मुंह के आस-पास ही रहता है। इसके बीच में मासिक धर्म के समय निकलने वाले खून के लिए जगह रहती है। यह आम हाइमन में से एक है।

2. हाफ मून – हाफ मून एक अन्य आम प्रकार का हाइमन है। यह आधे चांद के आकार का होता है और वजाइना के मुंह को ढक कर रखता है। यह कई आकार का हो सकता है।

3. इम्पेरफोरेट – यह हाइमन पूरी तरह से वजाइना के मुंह को ढक कर रखता है लेकिन ऐसा बहुत कम महिलाओं में देखा गया है। लगभग 2000 महिलाओं में से 1 महिला का हाइमन ऐसा होता है। ऐसे हाइमन वाली महिलाओं का मासिक धर्म नियमित नहीं रहता है. इस स्थिति में डॉक्टर हाइमन को हटाने के लिए छोटी सर्जरी की सलाह दे सकते हैं. इस सर्जरी को हाइमेनेक्टॉमी कहा जाता है।

4. माइक्रो पेरफोरेट – यह हाइमन सिर्फ एक छोटे छेद को छोड़कर वजाइना के मुंह के अधिकतर हिस्से को ढक लेता है। इससे मासिक मासिक धर्म (Menstruation) का खून बाहर निकलता है। जिन महिलाओं में माइक्रोपेरफोरेट हाइमन होता है वो महिलाएं टैम्पॉन या मेन्स्ट्रूअल कप्स का इस्तेमाल कर पाने में असक्षम होती हैं।

5. क्रि ब्रि फॉर्म – इस तरह का हाइमन भी वजाइना के मुंह को ढक कर रखता है, लेकिन इस तरह के हाइमन में कई छेद होते हैं। इसमें भी वजाइना से मासिक धर्म का खून तो बाहर आता है, लेकिन महिला टैम्पॉन या कप का इस्तेमाल नहीं कर सकती है।

6. सेप्टेट – यह हाइमन टिश्यू का एक पतला टुकड़ा होता है, जो वजाइना के मुंह के बीच में रहता है और दो मुंह की तरह दिखता है। इस तरह के हाइमन वाली महिला का मासिक धर्म नियमित रहता है, लेकिन ऐसी महिलाएं भी टैम्पॉन या मेन्सट्रूअल कप का इस्तेमाल नहीं कर सकतीं।

 

आशा करती हूँ आपको आज की पोस्ट हाइमन क्या होता है? क्या वर्जिनिटी से इसका कोई सम्बन्ध है – What is Hymen? Virginity Myths and Facts पसंद आई होगी। इस पोस्ट से जुड़े सवालों और सुझावों के लिए आप मुझे कमेंट करें और इस पोस्ट को शेयर करना ना भूलें ताकि आपक जैसे और लोगों को भी वर्जिनिटी और हाइमन की सही जानकरी हो जाये।

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