सामान्य प्रसव के बाद टांके क्यों लगाए जाते हैं

क्या आप भी जानना चाहते हैं की Normal Delivery में टांकें क्यों लगते हैं? क्या Normal Delivery के टांके दर्द भरे होते हैं? Normal Delivery में डिलीवरी के बाद टांकों की जरुरत क्यों पड़ती है? और इन योनि में लगे टांकों को ठीक होने में कितना समय लगता है? अगर आपका जवाब भी हाँ है तो आज के ब्लॉग में मैं इसी पर चर्चा करने वाली हूँ। आप अंत तक मेरे स पोस्ट को जरूर पढ़ें ताकि आपको यह अच्छे से समझ आ सके की सामान्य प्रसव के बाद टांके क्यों लगाए जाते हैं – Why Stitches Are Used After Normal Delivery in Hindi.

जैसे ही गर्भावस्था का समय पूरा होता है, महिलाएं कई बातों को लेकर परेशान होने लगती है। इन सब परेशानियों में से उनके लिए सबसे ज्यादा परेशान करने वाली बात प्रसव के दौरान होने वाले दर्द और जोखिम को लेकर होता है। हालांकि यह स्थिति सभी महिलाओं के लिए अलग अलग हो सकती हैं और उनमे होने वाले स्वास्थ्य जोखिम भी अलग अलग तरीके से गर्भवती महिला को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

आज के ब्लॉग में हम सामान्य प्रसव के बाद टांके की आवश्यकता से जुड़ी बातों पर चर्चा करने वाले हैं। इस लेख में सामान्य प्रसव के बाद टांके की आवश्यकता, टांकों को सूखने में लगने वाला समय और अन्य सभी जरूरी जानकारियों को मैं आपके साथ साझा करने की कोशिश करुँगी।

तो सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि सामान्य प्रसव के बाद भी टांके की जरुरत क्यों होती है।

 

Table of Contents

सामान्य प्रसव के बाद टांके क्यों लगाए जाते हैं – Why Stitches Are Used After Normal Delivery

सामान्य प्रसव के बाद टांकों की जरुरत क्यों होती है – Why are Stitches needed after a Normal Delivery

दरअसल सामान्य डिलीवरी के दौरान योनि और गुदा के बीच के मांसपेशीय क्षेत्र (पेरिनियम) में बहुत ज्यादा खिंचाव होता है। अक्सर यह खिंचाव इतना ज्यादा होता है कि वहां की त्वचा फट जाती है। तो खिंचाव की वजह से त्वचा ना फटे इसलिए अधिकांश डॉक्टर जब पेरिनियम क्षेत्र में खिंचाव होने लगता है तो एक चीरा (लगभग आधा इंच) लगा देते हैं ताकि प्रसव आसानी से हो सके।

पेरिनियम क्षेत्र में प्रसव के दौरान हुए इस घाव को भरने के लिए ही टांके लगाने की जरूरत पड़ती है। प्रसव के बाद इस चीरे को टांकें लगा कर सील दिया जाता है, 1–2 हफ़्तों में ये टांके गल भी जाते है।

लेकिन इस दौरान बहुत ही ज्यादा साफ सफाई रखने और आपके डॉक्टर द्वारा दिए गए दवाओं को लेने की जरुरत होती है। टांके लगने के बाद कुछ दिनों तक आपके लिए चलना दर्दनाक हो सकता है। यहां तक कि आपको छींकते या खांसते समय भी दर्द का अनुभव हो सकता है।

 

पेरिनियम क्षेत्र के फटने पर टांकों की जरूरत कब पड़ती है – When are stitches needed for Perineal Trauma

यह इस पर निर्भर करता है कि प्रसव के दौरान पेरिनियम क्षेत्र में कितना घाव हुआ है या वह कितना फटा है। अगर पेरिनियम क्षेत्र अपने आप फटता है तो इसे स्पोंटेनियस टियर्स (Spontaneous Tears) कहते हैं।

इसे Perineal Trauma यानी गुदा और योनि के बिच प्रसव के दौरान अपने आप होने वाला घाव के नाम से भी जाना जाता है। इस अवस्था में करीब 60-70% महिलाओं को टांके की जरूरत पड़ती है। इस स्थिति को चार वर्गों में बांटा गया है :

1. First Degree Tear : इस स्थिति में केवल पेरिनियम की त्वचा को ही नुकसान पहुंचता है। इसमें टांके की आवश्यकता कम से कम पड़ती है।

2. Second Degree Tear : इस स्थिति में पेरिनियम की मांसपेशियों और त्वचा को नुकसान पहुंचता है इसलिए इस स्थिति में टांकों की जरूरत होती है।

3. Third Degree Tear : इसमें बाहरी और आतंरिक Anal Sphincter यानि अवरोधिनी गुदा का भाग तक फट सकता है इसलिए इस स्थिति में भी टांके की जरूरत पड़ती है। 

4. Third Degree Tear : इसमें Anal Sphincter Complex और Anal Epithelium यानी गुदा के आसपास की ऊपरी त्वचा तक फट सकती है। इस स्थिति में भी घाव भरने के लिए टांकों की आवश्यकता होती है।

 

सामान्य प्रसव के बाद टांके कैसे लगाए जाते हैं – Normal Delivery Me Tanke Kaise Lagte Hain

How are Stitches done after a normal Delivery – जब डॉक्टर्स पेरिनियम क्षेत्र को फैलाने के लिए चीरा लगाते हैं, तो उसे स्थति को भगछेदन या कटान (Episiotomy) कहते हैं और जब यह अपने आप फट जाता है तो इसे मूलाधार आघात (Perineal Trauma) कहते हैं। इन दोनों ही स्थितियों में घाव भरने के लिए टांके की जरूरत पड़ती है।

इन दोनों स्थितियों में उपचार और घाव भरने के समय के साथ-साथ लगभग सभी प्रक्रिया एक सामान ही होती है। 

प्रसव के बाद महिला को कुछ देर के लिए या तो बेहोश कर दिया जाता है या फिर इस जगह को सुन्न करने के लिए लोकल एनिस्थेसिया दिया जाता है। उसके बाद प्रभावित क्षेत्र को टांके लगाकर बंद कर दिया जाता है। लेकिन कभी कभी बिना एनिस्थेसिया के भी टांके लगाए जा सकते हैं। ये टांके कुछ दिनों में त्वचा के अंदर ही घुल जाते हैं और उन्हें निकालने की जरूरत भी नहीं होती है।

 

क्या नॉर्मल डिलीवरी के टांके दर्द भरे होते हैं – Are Normal Delivery Stitches Painful?

चाहे चीरा भगछेदन (Episiotomy) से लगा हो या मूलाधार आघात (Perineal Trauma) से दोनों की स्थितियों में टांके की प्रक्रिया में दर्द होता ही है। क्यूंकि ये टांकें ज्यादातर बिना संवेदनहीनता (anesthesia) के लगाया जाता है। इसमें आपको ऐसा महसूस होता है जैसे आपको बार बार कांटा चुभाया जा रहा हो और यह प्रक्रिया तीन से पांच मिनट्स की होती है।

लेकिन प्रसव के बाद महिला का सारा ध्यान अपने बच्चे पर होता है। वो बच्चे को देखना चाहती है, उसे छूना चाहती है और उसे गोद में लेना चाहती है। तब तक डॉक्टर टांके लगा भी देती है और महिला को उतना दर्द नहीं होता जो वो बर्दास्त ना कर सके। भगवान ने हर औरत को इतना मजबूत बनाया है की वो प्रसूति का दर्द सह सके और एक बच्चे को जन्म दे सके।

 

प्रसव के बाद टांके सूखने में कितने दिन लगते हैं – How many days does it take for stitches to dry after Delivery

अगर आप डॉक्टर द्वारा बताई गयी दवा का सेवन करते हैं और साफ सफाई का पूरा ध्यान रखते हैं तो प्रसव के बाद जो टांकें लगते हैं उन्हें सूखने में आपको सिर्फ और सिर्फ 5 – 7 दिन का समय लगेगा पर क्यूंकि सबका शरीर अलग अलग होता है और सबके चीरे का आकर भी अलग अलग होती है तो टांकें सूखने का समय भी अलग अलग हो सकता है।

इन टांकों को सूखने में 1 – 2 हफ्ते का समय लग सकता है। इन टांकों को कटवाने की जरूरत नहीं पड़ती है। यह टांके शरीर में अपने आप घुल जाते हैं। लेकिन फिर भी आपको इसके लिए सावधानी बरतनी चाहिए और किसी भी तरह की कोई परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

 

प्रसव के बाद टांके जल्दी ठीक होने के लिए क्या करें – What to do for quick healing of stitches after delivery

प्रसव के बाद टांकों को जल्दी से ठीक करने के लिए आप निम्नलिखित उपायों को अपना सकती हैं :

1. रोजाना नहाएं और खुद को स्वच्छ रखें
2. हर 2 से 4 घंटे में अपना सैनेटरी पैड बदलते रहे
3. टांकों के आसपास के क्षेत्र को साफ और सूखा रखें
4. आरामदायक सूती (Cotton) पैंटी पहनें जिसमें हवा की आवाजाही रहे
5. रोज अपने टांकों में 20 से 30 मिनट तक हवा लगने दें। इसके लिए आप आप अपने बिस्तर पर एक तौलिया बिछाकर उसपर लेट जाएं और चीरे की जगह पर हवा लगने दें। हवा लगने से ये सूखेंगे और जल्दी ठीक होंगे।
6. पेशाब या मलत्याग के बाद सहने योग्य गर्म पानी से गुदा और योनि को अच्छी तरह साफ कर किसी साफ तौलिये से सूखा लें।
7. टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल गलती से भी ना करें।
8. कब्ज से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं और हो सके तो 1 – 2 महीने तक गरम पानी ही पिएं। कब्ज होने पर मलत्याग के समय टांकों पर जोर पड़ सकता है।
9. फाइबर युक्त भोजन करें ताकि पेट साफ रहे क्यूंकि कब्ज़ के कारण मल त्याग के लिए अधिक जोर लगाने पर टांके खुल सकते हैं। इसलिए, फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन जरूर करें।
10. ज्यादा दर्द होने पर आप गर्म पानी के एक टब में एंटीसेप्टिक मिला कर 5 – 10 मिनट के लिए उसमें बैठे। इसे अंग्रेजी में सिट्ज़ बाथ कहा जाता है और यह दर्द कम करने में मदद करता है। सिट्ज बाथ (Sitz Bath) मे सिर्फ कूल्हों को पानी में डुबोया जाता है। इसमें इतना पानी लीजिए जिसमें आपका वूल्वर क्षेत्र यानि योनि के पास के हिस्से पानी में डूबे रहे। इससे आपको दर्द से काफी राहत मिलेगी। 

 

Delivery Ke Bad Take Ki Dekhbhal kis tarah karni chahiye

Normal Delivery के बाद टांकों की देखभाल कैसे करे – Delivery Ke Bad Take Ki Dekhbhal kis tarah karni chahiye

(Normal Delivery में लगे टांकों में दर्द व असहजता से राहत पाने के लिए उपाय)

जैसा की मैं पहले भी बता चुकी हूँ कि पेरिनियम क्षेत्र को डॉक्टरों के द्वारा चीरा लगाने या अपने आप फटने के कारण हुए घाव का इलाज और ध्यान रखने की सारी प्रक्रिया लगभग एक जैसी होती है। इसलिए सामान्य प्रसव के बाद भी लगने वालों टांकों की देखभाल एक ही प्रकार से की जा सकती है। बस आपको टांकों की देखभाल के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना होता है को निम्नलिखित हैं:

1. आप पेरिनियम क्षेत्र में ठंडी या गर्म सिकाई कर सकती हैं। शुरुआत के दिनों में सूजन को कम करने के लिए ठंडी सिकाई अच्छी रहेगी और जब सूजन कम हो जाए तब आप टांकों से होने वाली असहजता को कम करने के गर्म सिकाई का इस्तेमाल भी कर सकती हैं।

2. पेशाब करते समय एक मग हलके गर्म पानी से पेरिनियम क्षेत्र को धोएं और टॉयलेट पेपर से टांकों को थपथपाते हुए पोंछ लें।

3. जब तक आप पूरी तरह ठीक नहीं हो जाती और डॉक्टर आपके टांकों की अच्छे से जांच ना कर लें तब तक टैम्पॉन का इस्तेमाल ना करें। अगर आपको नहीं पता टैम्पोन (Tampon) क्या है तो बताये चलती हूँ की टैम्पोन को मासिक धर्म के दौरान योनि से निकलने वाले रक्त को साफ करने के लिए, पैड्स की जगह उपयोग किया जाता है।

4. प्रसव के बाद टांके लगने पर कमसे काम 2 – 3 महीना शारीरक सम्बन्ध बनाने से बचें। 

5. खुद को ना थकाएं। बिस्तर से निकलकर चलना-फिरना आपके रक्त संचरण के लिए अच्छा है लेकिन अगर आपको पेरिनियम क्षेत्र में भारीपन और दर्द महसूस हो तो यह संकेत है कि आपको आराम करने की जरुरत है। इसलिए बीच – बीच में कुछ समय के लिए आराम अवश्य करें।

6. पालथी मारकर ना बैठें क्योंकि इससे पेरिनियम क्षेत्र में खिंचाव हो सकता है और टांकें भी खिंच सकते हैं।

7. जॉगिंग, डांसिंग या फिर कोई भारी सामान उठाने वाले कोई काम ना करें। 

8. कब्ज और कठोर मल से बचने के लिए फाइबर युक्त फलों और सब्जियों का सेवन करें और पानी का जायदा पियें।  कब्ज और मूत्राशय के संक्रमण को रोकने के लिए दिन में 8 गिलास (2 लीटर) पानी पिएं।

9. इसके अलावा, टांकों को रगड़ लगने से बचाएं। कोशिश करें कि टांके वाली जगह सीधे पानी के संपर्क में ना आएं।

10. टांकों को सूखने के लिए दी गई दवाओं और स्वास्थ्य सलाहों का पालन करें।

 

डिलीवरी के बाद टांकों को संक्रमण से कैसे बचाएं – How to Protect Stitches from Infection After Delivery

डिलीवरी के बाद टांकों को संक्रमण से बचाने के लिए आप निम्न कार्य कर सकती हैं:

  •  मलत्याग के बाद संक्रमण से बचने के लिए मलद्वार को आगे से पीछे की ओर साफ करें।
  •  पेशाब करने के बाद टांकों को हल्के-हल्के हाथों से अच्छी तरह साफ करें।
  • टांकों को संक्रमण से बचाव के लिए डॉक्टर से भी जरूरी Tips और सलाह लें।
क्या Normal Delivery बिना टांकों के भी हो सकती है – क्या मैं टांके लगवाने से बच सकती हूं

टांके लगवाने के जोखिम को काम करने या इससे बचने के लिए आप निम्नलिखित बातों का ख्याल रख सकती हैं :

1. एभगछेदन – Episiotomy (जिसमें डॉक्टर खुद पेरिनियम क्षेत्र में चीरा लगाते हैं) की जरूरत को कम करने के लिए आप नर्स या डॉक्टर से पेरिनियम क्षेत्र की मालिश के बारे में पूछ सकती हैं।

2. प्रसव के समय इस पर ध्यान देने से अच्छा है कि आप गर्भावस्था में ही अपने डॉक्टर या Childbirth Educator से इस विषय पर बात कर लें। उनसे प्रसव के लिए नीचे की ओर जोर लगाने की प्रक्रिया को सही से समझें और यह भी जान लें की प्रसव के समय आप अपनी पीड़ा को कम करते हुए स्वयं पर कैसे नियंत्रण रख सकती हैं।

इससे आपको जोर लगाने पर प्रसव वेग को सहने में आसानी होगी और पेरिनियम पर अनियमित दबाव के कम होने से पेरिनियम के खुद से फटने की आशंका कम हो जाएगी।

3. गर्भावस्था के दौरान जो आपकी देखभाल करने वाले बड़े बुज़ुर्ग हैं उनसे आप प्रसव के दौरान योनि क्षेत्र को अधिक खोलने के लिए चिकनाई वाले पदार्थ का उपयोग करने के बारे में बात कर सकती हैं। इससे शिशु को बाहर निकलने में आसानी होगी और पेरेनियम क्षेत्र को नुकसान पहुंचने से बचाया जा सकता है।

इसके अलावा और किसी प्रकार के उपायों को जानने के लिए आप एक बार अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

 

क्या मुझे टांकों से भविष्य में कोई परेशानी हो सकती है

यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपका चीरा कितना गंभीर या गहरा था। जिन महिलाओं का पेरिनियम क्षेत्र Third या Forth Degree तक फट जाता है, उनमें से कुछ को लंबे समय तक उस क्षेत्र में दर्द रहता है या फिर उन्हें पेशाब को नियंत्रित करने से जुड़ी समस्याएं होती हैं।

डिलीवरी के बाद जिन महिलाओं को टांके लगते हैं, उनमें से कुछ को संभोग (Sex) के दौरान दर्द हो सकता है या मूत्राशय से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।

जैसा की मैंने इस लेख के शुरुआत में ही बताया है कि प्रसव के बाद लगने वाले टांके कुछ हफ्तों में अपने आप त्वचा में घुल जाते हैं। लेकिन एनसीबीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार भगछेदन (Episiotomy) के बाद भविष्य में कुछ जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है, जो कुछ इस प्रकार हैं :

टांके लगने के बाद कम समय के लिए होने वाली परेशानियां :
• खून बहना और खून की कमी होना
• घाव वाले स्थान पर सूजन आना
• घाव में संक्रमण होना
• गुदा की मांसपेशियों का फैलना
• यूरिन ट्रैक्ट इंफेक्शन होना
• मूत्राशय में चोट लगना
• रक्त का थक्का बनने लगना
• टांकों वाले स्थान में दर्द होना
• भगछेदन (Episiotomy) के कारण घाव होना

टांके लगने के बाद लंबे समय तक होने वाली परेशानियां :
• लंबे समय तक बना रहने वाला संक्रमण
• गुदा और मलाशय के कार्यों में असंतुलन
• मूत्र पर नियंत्रण रखने में परेशानी होना
• पेल्विक ऑर्गन प्रोलैप्स यानी पेल्विक ऑर्गन की मांसपेशियां का कमजोर होना
• यौन संबंधी रोग
• टांकों वाले स्थान पर दर्द

 

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टांकों से जुड़ी किसी परेशानी के बारे में मुझे डॉक्टर से कब बात करनी चाहिए – डॉक्टर के पास कब जाएं

अस्पताल से छुट्टी मिलने के समय डॉक्टर आपको अगले अप्वाइंटमेंट के बारे में बता देते हैं ताकि वो देख सकें की टांके और घाव ठीक हो रहे हैं या नहीं। यह चेकअप आमतौर पर एकांतवास की अवधि के बाद यानि डिलीवरी के छह हफ्तों बाद होता है।

यदि इससे पहले आपको कोई परेशानी हो रही हो तो आप उसके बारे में डॉक्टर से फोन पर बात कर सकती हैं। लेकिन कुछ ऐसे लक्षण होते हैं जो किसी बड़ी समस्या की तरफ इशारा करते हैं और उन्हें अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए। डॉक्टर के पास निम्नलिखित स्थितियों में बिना देरी किए जाना चाहिए :

  • जब आपको टांकों वाली जगह पर असहनीय दर्द होने लगे
  • अगर मल किए बिना 4 या उससे अधिक दिन बीत जाएं
  • समय बीतने के ​साथ-साथ टांकों में दर्द कम होने की बजाय बढ़ गया हो
  • आपके टांकों से दुर्गंध आए या दुर्गंध वाला स्त्राव आने लगे
  • आपको मल त्याग की इच्छा इतनी तीव्र होती है कि शौचालय की ओर भागना पड़ता है और गैस निकलते समय आप अपने मल को नियंत्रित नहीं कर पा रही हों
  • आपको सैनिटरी पैड में बड़े खून के थक्के दिख रहे हों या बहुत ज्यादा रक्तस्त्राव हो रहा हो
  • पेशाब करते हुए दर्द होता हो और बार-बार पेशाब जाना पड़ रहा हो
  • अगर ऐसा लगे कि टांकें किसी कारण से टूट सकते हैं
  • आपको पेट पर नीचे की तरफ या फिर पेरिनियम क्षेत्र के आसपास तेज दर्द हो रहा हो
  • आपको बुखार हो

आज के इस लेख में मैंने आपको बताया की कैसे सामान्य प्रसव के बाद भी मां को टांके (stitches after delivery) की जरूरत पड़ सकती है। साथ ही मैंने यह भी बताया है की टांकों के सूखने, संक्रमण से बचे रहने और इसके जोखिम को कम करने के लिए आप किन किन उपायों को कर सकती हैं।

लेकिन कुछ भी करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें। टांके लगने के बाद माँ को बहुत देखभाल की जरुरत होती है। टांकों से जुडी किसी भी तरह का विकार या दर्द के लक्षण देखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

आज के ब्लॉग में मैंने नॉर्मल डिलीवरी के बाद लगे टांकों की देखभाल (Normal delivery stitches care), Normal Delivery और Cesarean Deliver के बाद टांकों की देखभाल (how to take care of stitches after normal delivery and cesarean or tips to care of stitches after normal delivery and cesarean) के बारे में भी बताने की कोशिश की है।

 

उम्मीद करती हूँ आपको मेरा आज का यह ब्लॉग सामान्य प्रसव के बाद टांके क्यों लगाए जाते हैं – Why Stitches Are Used After Normal Delivery पसंद आया होगा और अब आपके सामान्य प्रसव के बाद लगने वाले टांकों से जुड़े अधिकतर सवालों के जवाब मिल गए होंगे।

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4 thoughts on “सामान्य प्रसव के बाद टांके क्यों लगाए जाते हैं”

  1. Madam, 2 hafte pehle meri normal delivery hui aur taanke bhi lage. Lekin taanke katwane ke baad fata hua hissa nahi bhara hai. Please ise thik karne ka koi upay bataye.

    Reply
    • aapko tanke katwane kyun pade, aajkal to tanke body me ghulne wale lagaye jate hain. Aap doctor se miliye aur use ye bataiye ki aapke tanke nahi sukhe hai aur medicines lijiye iske alawa aap neem ke patton ko dho kar use pani me 10-15 mins tak ubal kar thanda kar lijiye aur jab bhi washrrom jaye apne private part ko is pani se dhoiye. jaldi hi gaho bhar jaega aur infection bhi nahi hoga. Lekin ek baar doctor ko jarur bataiye apni pareshani.
      saf safai ka dhayn rakhiye 1-2 hafte me aap puri tarah thik ho jayengi.

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