Pregnancy me Vomiting: प्रेगनेंसी में होने वाली मतली और उल्टी से मिनटों में पाएं छुटकारा – आजमाएं ये घरेलू उपाय

Pregnancy me Vomiting: गर्भावस्‍था के सबसे सामान्‍य लक्षणों में से एक है उल्‍टी होना। लगभग 70 फीसदी गर्भवती महिलाओं को मतली और उल्‍टी आना स्वाभिक है। ज्यादातर ये परेशानी पहली तिमाही में होती है परन्तु कुछ महिलाओं में पूरे नौ महीने तक इस परेशानी का सामना करना पड़ता है।

प्रेगनेंसी के पहले तीन महीने यानि की 1st Trimester बहुत नाजुक और मुश्किल भरे होते हैं। इन महीनों में मिसकैरेज का खतरा सबसे ज्‍यादा होता है और साथ ही इस दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव भी होते हैं जो काफी परेशान करते हैं। कभी उल्‍टी तो कभी मतली जैसा महसूस होता है। गर्भावस्‍था के दौरान सिरदर्द, पैरों और हाथों में सूजन जैसी परेशानियां भी देखी जा सकती है।

गर्भवती महिलाओं को उल्‍टी और मतली सबसे ज्‍यादा परेशान करती है क्योंकि इसकी वजह से शरीर कमजोर हो सकता है और महिला अच्‍छा महसूस भी नहीं कर पति। अगर आप मिनटों में उल्‍टी और मतली से छुटकारा पाना चाहती हैं तो इस लेख में बताये गए घरेलू उपाय आपको काफी हद तक फायदा पहुंचा सकते है।

अदरक – प्रेगनेंसी में उल्टी की दवा
हर घर की रसोई में अदरक तो मौजूद होता ही है क्यूंकि भारतीय घरों में तो दिन की शुरुआत ही अदरक की चाय से होती है। प्रेगनेंसी में होने वाली मतली, उल्‍टी और पेट से जुड़ी समस्‍याओं को दूर करने के लिए अदरक बहुत शक्‍ति रखती है।

बस आपको जब भी उल्‍टी या मतली जैसा महसूस हो तो तुरंत अदरक का एक टुकड़ा चबा लीजिये या फिर आप अदरक की चाय या अदरक का पानी भी पी सकती हैं। वैसे तो गर्भावस्‍था में अदरक का सेवन सुरक्षित होता है लेकिन फिर भी आपको अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से बचना चाहिए।

नींबू – ​प्रेगनेंसी में उल्टी बंद होने का उपाय
नींंबू की खुशबू मात्र से ही आपकी मतली कुछ हद तक ठीक हो सकती है। नींबू पानी में न्‍यूट्रिलाइजिंग एसिड होते हैं जो बाइकार्बोनेट तत्‍वों के रूप में आपको मतली से राहत दिलाने में सहायक होते हैं।

मतली या उल्‍टी होने पर एक गिलास गुनगुने पानी में एक नींबू का रस और एक चुटकी नमक निचोड़ कर पी लीजिये। इस घरेलू नुस्‍खे से आपको तुरंत मतली और उल्‍टी से राहत मिल पाएगी। नींबू खनिज पदार्थों से युक्‍त होता है और यह गर्भावस्‍था में होने वाली मतली और उल्‍टी को रोकने की शक्ति रखता है।

 

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पुदीने का तेल – उल्टी बंद होने का उपाय
पुदीने के तेल के बारे में बहुत कम लोगों को ही मालूम है क्‍योंकि भारतीय घरों में पुदीने के पत्तों की चटनी बनाई जाती है। पुदीने का तेल यानी की पेपरमिंट ऑयल से मतली को कम करने में मदद मिल सकती है। एक शोध के मुताबिक कुल मामलों में से 75 फीसदी महिलाओं को पेपरमिंट एरोमाथेरेपी से उल्‍टी और मतली से राहत मिली है।

अब आपक मन में ये जरूर आ रहा होगा की आखिर प्रेग्नेंसी में पेपरमिंट ऑयल को इस्‍तेमाल कैसे करना है, तो बता दूँ की इसकी कुछ बूंदों को आपको अपने हाथ पर डालना है और फिर उसे सूंघना है। पेपरमिंट ऑयल को बाहर से ही इस्‍तेमाल करना होता है, इसे केवल सूंघने से ही आपको मतली और उल्टी से राहत मिल जाएगी।

मसाले – ​उल्टी रोकने का घरेलू इलाज
भारतीय घरों में इस्तेमाल होने वाले कई मसाले औषधीय गुण रखते हैं और ये न केवल कई हमें बीमारियों से बचाते हैं बल्कि गर्भावस्‍था में होने वाली उल्‍टी और मतली जैसी परेशानियों को भी दूर करने में मदद करते हैं।
आप सौंफ के पाउडर, दालचीनी पाउडर और जीरे के अर्क की मदद से उल्‍टी और मतली को मिनटों में खत्‍म कर सकते हैं। आप इन मसालों की चाय बनाकर भी पी सकती हैं।

इलायची – ​उल्टी रोकने का घरेलू उपाय
उल्‍टी और मतली से तुरंत राहत पाने के लिए गर्भवती महिलाएं इलायची का प्रयोग कर सकती हैं। जब भी आपको मतली जैसा महसूस हो तो अपने मुंह में एक या दो इलायची रखें और धीरे-धीरे उसे चबाएं। इससे उल्‍टी की फीलिंग खत्‍म हो जाएगी।

संतरा – उल्टी बंद होने का उपाय
संतरे में सिट्रिक एसिड होता है, संतरे को सूंघने से मतली ठीक होती है। आप संतरे का जूस भी पी सकती हैं।

 

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FAQs

Q: क्‍या प्रेगनेंसी में उल्‍टी होना नॉर्मल है
A: जी हां, प्रेगनेंसी में उल्‍टी होना नार्मल है। वैसे तो इसका सही कारण अब तक पता नहीं चल पाया है लेकिन एक शोध के मुताबिक गर्भावस्‍था के दौरान शरीर में आने वाले हार्मोनल बदलावों के कारण ऐसा होता है।

Q: प्रेगनेंसी में उल्टी कब से शुरू होती है
A: प्रेगनेंसी में पहली तिमाही के चौथे से छठे हफ्ते से ही उल्‍टी और मतली की परेशानी होने लगती है। इस समय पर गर्भाशय में इंप्‍लांटेशन प्रोसेस पूरा हो जाता है। शुरुआती तीन महीने खत्‍म होने के बाद उल्‍टी और मतली की शिकायत भी काफी हद तक खत्‍म हो जाती है, पर कई बार यही आखिरी महीने तक भी रह सकती है।

Q: प्रेगनेंसी में उल्‍टी क्‍यों आती है
A: प्रेगनेंसी में हार्मोंस में उतार चढ़ाव बहुत होते है और इसी के कारण उल्‍टी और मतली की समस्या होती है। ऐसा माना जाता है की शरीर में प्रेगनेंसी के दौरान एस्‍ट्रोजन हार्मोन के बढ़ने की वजह से उल्‍टी की दिक्‍कत होती है। इसके अलावा प्रेगनेंट महिला के ज्यादा स्‍ट्रेस लेने से भी उल्‍टी ट्रिगर हो सकती है। इसके साथ गर्भवती महिला का पाचन तंत्र भी कमजोर हो जाता है जिसकी वजह से उन्‍हें ज्‍यादा भारी चीजें पचाने में दिक्‍कत होती है। इस स्थिति में भी उल्‍टी होने की संभावना रहती है।

Q: प्रेगनेंसी में उल्टी होने पर क्या करें
A: सुबह के नाश्‍ते में टोस्‍ट, अनाज खाएं। रात को सोने से पहले चीज या हाई प्रोटीन स्‍नैक लें। दिनभर फलों का ताजा रस और पानी पीती रहें। एक ही बार में ज्‍यादा पानी या जूस पीने से बचें। हर दो से तीन घंटे में थोड़ा-थोड़ा खाना या स्‍नैक्‍स जरूर खाएं। एक ही बार में ज्‍यादा खाने और तेज खुशबू वाली चीजें खाने से दूर रहे।

 

अस्वीकरण: इस लेख में उपलब्ध सामग्री और सलाह केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा की राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श लें क्यूंकि youthinfohindi इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

दोस्तों उम्मीद है कि आपको मेरा आज का यह लेख Pregnancy me Vomiting: प्रेगनेंसी में होने वाली मतली और उल्टी से मिनटों में पाएं छुटकारा, जरूर पसंद आया होगा। आज का लेख आपको कैसा लगा, कमेंट करके जरूर बताएं और ऐसे ही कई तरह के लेखो के लिए हमसे Contact Us या Social Media के साथ जुड़े रहे।

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