Monsoon Care Tips: मानसून में अगर बार-बार बंद हो जाती है नाक, तो ट्राई करें ये असरदार घरेलु नुस्खे

Monsoon Care Tips : बारिश का मौसम जब भी आता है अपने साथ संक्रमण और कई बीमारियों का खतरा भी साथ लेकर आता है। ऐसे में अगर सेहत का ध्यान ना रखा जाए तो परेशानियां गंभीर रूप ले सकती हैं। बारिश के मौसम में कई सारी समस्यायें उत्त्पन्न होती है जिसमे से नाक बंद होने की परेशानी सबसे आम है। तो आइये जानते हैं कि मानसून सीजन में बार-बार होने वाली Nasal Congestion (Stuffy Nose) की समस्या से कैसे राहत पा सकते हैं।

Monsoon Care Tips: बारिश का मौसम आते ही तरह-तरह की बीमारियां और परेशानियां शुरू हो जाती हैं। इन्हीं में से एक है नाक बंद होने की समस्या, जिससे बड़े और बच्चे सभी जूझते हैं। साइनस संक्रमण या साइनसाइटिस तब होता है, जब साइनस ग्लैंड्स द्वारा अत्यधिक बलगम जमा हो जाता है। इसके कारन सिरदर्द, नाक बंद और चेहरे पर दबाव होने लगता है। अगर आपको भी साइनस और बंद नाक होने की समस्या है, तो परेशान न हो क्यूंकि आगे इस लेख में मैं आपको इस समस्या से निजात पाने के लिए कुछ होम रेमेडीज बताने वाली हूँ जिसे अपनाकर आप इन परेशानियों से निजात पा सकते हैं। 

अब जानते हैं की बारिश के मौसम में नाक बंद होने की समस्या से कैसे राहत पाएं? नाक बंद होने की समस्या Nasal Congestion (Stuffy Nose) से बचने के लिए आप निम्न उपायों को अपना सकते हैं:

1. नीलगिरी का तेल :
बंद नाक को ठीक करने के लिए भाप लेना एक सरल और काफी प्रभावी उपाय है। इस भाप में नीलगिरी तेल (Eucalyptus Oil) की कुछ बूंदें मिलाने से इसके फायदे बढ़ जाते हैं। नीलगिरी के तेल में यूकेलिप्टोल नाम का एक कंपाउंड होता है, जिसमें डिकॉन्गेस्टेंट गुण होते हैं और यह बलगम को तोड़ने में मदद करते हैं।
इसके अलावा यह खांसी से राहत दिलाने, आसानी से सांस लेने, साइनस ग्लैंड में सूजन को कम करने इत्यादि में भी मददगार है।

इसके अलावा यह छाती को साफ करने तथा नाक और छाती में जमे बैक्टीरिया को मारने में भी मददगार है। इसके साथ नीलगिरी का तेल अस्थमा जैसी श्वसन संबंधी स्थितियों के इलाज के लिए भी सबसे अच्छा घरेलू उपचार है।

इस्तेमाल करने का तरीका :
इसके लिए आप एक बर्तन में पानी उबालें और उसे एक बड़े कटोरे में डालें। इस गर्म पानी में नीलगिरी तेल की कुछ बूंदें मिलाएं। 3-5 बूंदों से शुरू करें और अपने अनुसार इसे मिलाएं। अब अपने चेहरे को तौलिए से ढकें और भाप को अपने अंदर लें। आंखें बंद करें और नाक से गहरी सांस लें और अपने मुंह से सांस छोड़ें। इसे लगभग 5-10 मिनट तक लगातार करें।

2. अजवाइन के बीज :
पारंपरिक चिकित्सा में अजवाइन का इस्तेमाल सालों से होता आ रहा है। इसमें मौजूद औषधीय गुण सदियों से भारतीय घरों में उपचार के काम आती रही हैं। वहीं, जानकारों की मानें को अजवाइन में थाइमोल जैसे आवश्यक तेल होते हैं, जिनमें एंटीमाइक्रोबियल और सूजन-रोधी गुण होते हैं। ये नाक की नली में कीटाणुओं को मारने और साइनस पर दबाव कम करने, खांसी को रोकने और ऑक्सीजन को पास करने में मदद करते हैं। पोल्टिस बैग में भुने हुए अजवाइन का इस्तेमाल करने से साइनस की परेशानी से राहत मिल सकती है।

इस्तेमाल करने का तरीका :
इसके लिए आप मध्यम आंच पर एक पैन गरम करें और उसमें मुट्ठी भर अजवाइन डालें। इन बीजों को तब तक भूनें जब तक उनका रंग थोड़ा गहरा न हो जाए और उनमें अच्छी सुगंध न आने लगे। भुने हुए बीजों को एक साफ कपड़े या पोल्टिस बैग में रखें और ठीक तरह से बांध दें। पोल्टिस बैग को अपनी नाक के पास रखें और उसकी खुशबू को अंदर लें। गहरी सांस लें ताकि अजवाइन की सुगंध आपके नासिका मार्ग तक पहुंच सके।

3. अदरक और पुदीने की चाय
अदरक और पुदीना अपने औषधीय गुणों के लिए जाने जाते हैं। यह साइनस और नाक बंद होने की समस्या से राहत दिलाने में भी फायदेमंद होते हैं। अदरक में जिंजरोल्स नाम का एक कंपाउंड होता है, जिसमें सूजन-रोधी गुण होते हैं, जबकि पुदीने का प्रभाव ठंडा होता है और यह बंद नाक को खोलने में मदद करता है।

इस्तेमाल करने का तरीका :
इसके लिए आप ताजे अदरक की जड़ का एक छोटा टुकड़ा लें और उसे छीलकर कद्दूकस कर लें। एक कप पानी उबालें और इसमें कसा हुआ अदरक डालें। स्वाद बढ़ाने के लिए इसे 5-10 मिनट तक उबलने दें। अब आंच से उतारें, चाय को छान लें और कुछ ताज़ी पुदीने की पत्तियां मिलाएं। चाय को थोड़ा ठंडा होने दें, लेकिन ध्यान रखें कि पीने के लिए हल्का गर्म हो। इसके बाद इसका सेवन करें।

 

Disclaimer: इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Share This Post:

My self Namrata Maurya. I’m an Author and Founder of Youthinfohindi.com. I’m from Pune and If I talk about my Education then I’m B.com Graduate and complete my MBA (Finance & Accounts). I love to share my experience and knowledge to others, that’s why I’m here.

Leave a Comment