जीवन जीने के लिए पैसा कितना जरुरी है यह तो हम सब जानते ही हैं। लेकिन क्या हमेशा बस पैसे कमाने की चिंता में डूबे रहना सही है? आज के ब्लॉग में हम जानेंगे हमेशा बस ज्यादा पैसे कमाने की चिंता क्यों – Why Always Worry About Just Making More Money, क्या सच में पैसा ही सब कुछ है? क्या हमेशा इस कमाने की चिंता में डूबे रहना सही है?
आजकल का जीवन ऐसा है की छोटी उम्र से ही माँ बाप बच्चो पर अपनी इक्छाएं थोपते रहते है। तुम्हे यह बनना चाहिए तुम्हे वह बनना चाहिए, इसमें ज्यादा पैसा है, यह काम करोगे तो ज्यादा पैसा कमाओगे, वह काम करोगे तो ज्यादा पैसा कमाओगे वगैरह वगैरह।
Youthinfohindi के आज के इस ब्लॉग में हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे की दुनिया में क्या पैसा ही सबकुछ है? क्या सच में बस ज्यादा पैसा कमाना ही हमारे जीवन का उद्देश्य है? क्यों हम सब हमेशा बस ज्यादा पैसा कमाने के बारे में सोचते रहते हैं? क्यों हर वक़्त दिमाग में यही चलता है की पैसे कैसे कमाए?
यह तो सच है की जीवन जीने के लिए पैसा होना बहुत जरुरी है। वो कहते हैं ना की पैसा भगवान नहीं है लेकिन भगवान से कम भी नहीं है। जीवन जीने के लिए आपको कितने धन की जरुरत है यह एक वाजिब सवाल है।
जीने के लिए पैसा कितना जरुरी है और जीवन में धन का महत्व क्या है यह तो सभी जानते हैं। पैसा जरूरी है क्योंकि उससे जीवन की जरूरतें पूरी होती है, लेकिन सिर्फ पैसा कमाने के लिए पैसा कमाना, या अपने सुख-चैन को दांव पर लगाकर पैसा कमाना ये कोई समझदारी वाली बात नहीं है।
हमेशा बस ज्यादा पैसे कमाने की चिंता क्यों – Why Always Worry About Just Making More Money
दुनिया की बड़ी आबादी पैसे की बीमारी की शिकार है। कहीं आपको भी तो पैसे की बीमारी नहीं लग गई है? ब्रिटेन के जानेमाने चिकित्सक राजर हैंडरसन ने इस बीमारी को मनी सिकनेस सिंड्रोम का नाम दिया है। उन्होंने एक रिपोर्ट में कहा है की पैसे की बहुत अधिक चिंता आज तनाव की सबसे बड़ी वजह बन गई है।
इंसान की ये प्रकृति है की उसे जो चीज नहीं मिलती है वही चीज उसे सबसे बड़ी लगती है। जिस पल जो आपके पास नहीं है आपके लिए वही सबसे बड़ा है। अगर आपने दो दिन से खाना नहीं खाया है तो अभी आपके लिए खाना सबसे बड़ी और मूल्यवान चीज होगी। लेकिन उसी समय अगर आपका नाक और मुँह बंद कर दिया जाये तो आपके लिए खाने से पहले साँस ज्यादा जरुरी और मूल्यवान चीज होगी।
जब आपको किसी चीज की जरुरत हो और वो आपके पास ना हो तो वो चाहत खुद को इतना बड़ा कर लेती है की आपके लिए वो बहुत ही जरुरी हो जाता है। या यूँ कहें की जब आप मज़बूरी की स्थिति में होते है तो आप चीजों को वैसा नहीं देखते जैसी वो है।
उदहारण के तौर पर मान लीजिये आप टीवी या सिनेमा हॉल में कुछ देख रहे है। बहुत ही जबरदस्त सीन चल रहा है जिसे आप मिस नहीं करना चाहते और आपका ब्लैडर बहुत भरा हुआ है आप कण्ट्रोल करने की स्थिति में नहीं है तो क्या आपको उस सीन में रूचि होगी?
ज़ाहिर है – आप उस सीन को छोड़ कर पहले बाथरूम जाना जरुरी समझेंगे क्यूंकि उस समय वही आपके लिए सबसे आरामदायक और जरुरी काम होगा।
इंसानी जीवन ऐसा ही है। वो एक मज़बूरी से दूसरी मज़बूरी में जाता रहता है। यह मज़बूरियां ही है जो चीजों को कभी उनके असली रूप में देखने का मौका ही नहीं देती। अगर आप जीवन को वैसा नहीं देख सकते जैसा वो है तो आप उसे वैसे नहीं संभाल पाएंगे जैसे संभाला जाना चाहिए।
आजकल बच्चे 10वी – 12वी कक्षा पास करते ही बस पैसे कमाने के तरीके (ways to earn money) ढूंढ़ने लगते है। उन्हें एक विशेष तरह की नौकरी या काम में रूचि ना भी हो तो भी वो उस काम को इसलिए करेंगे क्यूंकि उन्हें पैसे कमाना है।
पहले ज्यादातर लोग डॉक्टर बनते थे लेकिन वो डॉक्टर इसलिए नहीं बनते थे की उन्हें शरीर विज्ञान (medical science) में रूचि थी बल्कि सिर्फ इसलिए क्यूंकि उन्हें पैसे कमाना था। आजकल ज्यादातर लोग सॉफ्टवेयर इंजीनियर (software engineer) बनते है, इसलिए नहीं क्यूंकि उन्हें इसमें रूचि है बल्कि सिर्फ इसलिए क्यूंकि इसमें ज्यादा पैसा है।
दोस्तों सोचने वाली बात यह है की एक चींटी का दिमाग इंसानो से 10 लाख गुना ज्यादा छोटा है, तब भी वो अपना जीवन चला लेती है। लेकिन इंसानो का दिमाग तो बड़ा है तो क्यों नहीं वो कुछ बड़ा सोचते।
आजकल युवाओं पर बस एक जिम्मेदारी थोपी जाती है की तुम्हे पढ़ लिख कर ढेर सारा पैसा कमाना है। ये सीखो वो सीखो इसमें ज्यादा पैसा है। आप जरा सोचिये इतना बड़ा दिमाग होते हुए क्या हमे पैसे कमाने की चिंता करनी चाहिए?
इंसानो के लिए पैसे कमाना एक मामूली चीज है, पर दुर्भाग्य की बात है की सभी लोग अपनी पूरी ऊर्जा और बुद्धि को बस पैसा कमाने में लगा रहे है। ऐसा नहीं है की हमे पैसे नहीं कमाने चाहिए पर सिर्फ पैसे कमाने के चक्कर में इंसानी जीवन ने अपनी पूरी प्रतिभा और काबिलियत को खो दिया है।
हर इंसान आजकल बस यही सोच रहा है की पैसे कैसे कमाएं (how to earn money)। इस दुनिया का हर प्राणी चाहे वो कीड़े हों, पक्षी हो या कोई और सभी अपना-अपना जीवन चला रहे है।
तो अगर कोई इंसान ज्यादा पैसा कमा भी ले तो भी क्या फर्क पड़ता है, इंसानो को खुद पर इतना गर्व क्यों होता है की हम इतना पैसा कमा रहे है। एक दिन तो सबको मरना है। इतना कमा के भी क्या फायदा उसे आप अपने साथ तो ले कर जा ही नहीं सकते।
तो पैसे कमाने पे इतना गर्व क्यों? सभी जिव अपनी जिंदगी चलाते है बस इंसान की ऐसा जिव है जो इसको बहुत बड़ा मुद्दा बना देता है। इंसानी जीवन में इतनी ताकत है की वो बहुत कुछ कर सकता है पर वो अपनी पूरी ऊर्जा बस पैसा कमाने में लगा रहे हैं।
जीवन का प्रमुख उद्देश्य सिर्फ पैसे कमाना नहीं है। हमारे बड़े दिमाग के साथ हम बहुत कुछ कर सकते है पर हम ऐसा नहीं करते क्यूंकि हम किसी और के जैसा बनना चाहते है। आप किसी और के जैसा बनने की कोशिश मत कीजिये आप बस वही कीजिये जो आपका दिल कहता है। जिसमे आपको रूचि हो, जो आपको करना अच्छा लगता हो।
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उम्मीद करती हूँ आप समझ गए होंगे की जीवन में सब कुछ पैसा ही नहीं है इसलिए हमेशा बस ज्यादा पैसे कमाने की चिंता क्यों – Why Always Worry About Just Making More Money (money anxiety)। आप भी इस विषय पर विचार कीजिये और ज़रा सोचिये क्या सच में पैसा इतना जरुरी है की हम अपना सुख, चैन, अपनी प्रतिभा सब खो कर बस पैसे कमाना चाहते हैं।
आज का विषय आपको कैसा लगा, मुझे अपने सुझाव अपने मूल्यवान कमैंट्स के माध्यम से जरूर बताये और अपने किसी सवाल के लिए भी आप मुझे कमेंट कर सकते है। पोस्ट पसंद आई हो तो इसे शेयर भी जरूर करे और अपने अपनों को भी जरूर समझाए की पैसा इतना बड़ा मुद्दा नहीं है क्यूंकि पैसा बस जीवन चलाने के लिए जरुरी है उसे अपने साथ ले कर जाने के लिए नहीं।
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